भारत-अंगोला के साझा विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं: मुर्मू ने भारतीय समुदाय से किया आह्वान
मनीषा वैभव
- 11 Nov 2025, 11:04 AM
- Updated: 11:04 AM
लुआंडा, 11 नवम्बर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि भारत और अंगोला के बीच व्यापार, निवेश तथा जनता के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने यहां भारतीय समुदाय से इन पहलों में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।
राष्ट्रपति मुर्मू चार दिवसीय राजकीय दौरे पर अंगोला में हैं। यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की इस अटलांटिक महासागर तटवर्ती अफ्रीकी देश की पहली राजकीय यात्रा है। वह अपने दौरे के तीसरे दिन सोमवार को यहां भारतीय समुदाय के सम्मान में आयोजित एक स्वागत समारोह को संबोधित कर रही थीं।
अंगोला में लगभग 8,000 भारतीय रहते हैं जो विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार और अन्य कार्यों से जुड़े हैं। अंगोला में भारत के राजदूत विधु पी. नायर ने बताया कि यहां का भारतीय समुदाय देश के लगभग सभी राज्यों और क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अंगोला भारत की ऊर्जा सुरक्षा में एक ‘‘महत्वपूर्ण साझेदार’’ है और भारत अंगोला के ‘‘शीर्ष व्यापारिक भागीदारों’’ में शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले वर्ष भारत-अंगोला द्विपक्षीय व्यापार पांच अरब अमेरिकी डॉलर के ऐतिहासिक स्तर को पार कर गया था।’’
उन्होंने बताया कि भारत अंगोला को औषधियां, खाद्य पदार्थ, परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पाद, ऑटोमोबाइल और मशीनरी की आपूर्ति करता है। भारतीय कंपनियां खुदरा, पर्यटन, हीरा, ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, आतिथ्य और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय हैं और इन निवेशों ने अंगोला की आर्थिक वृद्धि तथा रोजगार सृजन में योगदान दिया है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने भारतीय प्रवासी समुदाय को दोनों देशों के बीच ‘‘सेतु’’ बताते हुए कहा कि व्यापार, निवेश और जन-से-जन संबंधों को और सुदृढ़ करने के ‘‘असीम अवसर’’ मौजूद हैं और उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों से साझा समृद्धि के इस प्रयास में सक्रियता से भाग लेने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि भारतीय प्रवासी समुदाय भारत में हो रहे विकासात्मक परिवर्तनों का ‘‘अभिन्न हिस्सा’’ है और देश उनके विचारों तथा निवेश प्रस्तावों का स्वागत करता है।
राष्ट्रपति ने स्थानीय भारतीयों की उद्यमशीलता, मेहनत और पेशेवर उत्कृष्टता की सराहना की, जिसने अंगोला की आर्थिक वृद्धि और विकास में ‘‘महत्वपूर्ण योगदान’’ दिया है।
मुर्मू ने कहा कि भारत अपने अफ्रीकी साझेदारों, विशेषकर अंगोला, के साथ अपने संबंधों को अत्यधिक महत्व देता है। यह साझेदारी समानता, परस्पर विश्वास और प्रगति की साझा आकांक्षाओं पर आधारित है।
उन्होंने कहा कि भारत विश्व की तीव्र गति से प्रगति करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और ‘‘विकसित भारत’’ के लक्ष्य को 2047 तक प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। ‘‘देश की नीतियां और योजनाएं इसी दृष्टि से प्रेरित हैं।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की अफ्रीका के साथ भागीदारी इंडिया-अफ्रीका फोरम समिट (आईएएफएस) के ढांचे के अंतर्गत विकसित हुई है और भारत शीघ्र ही अगले आईएएफएस शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए आशान्वित है।
भाषा मनीषा