दिल्ली विस्फोट मामले में कार चालक का फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से था संबंध: सूत्र
जोहेब वैभव
- 11 Nov 2025, 10:27 AM
- Updated: 10:27 AM
नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) लाल किले के पास जिस कार में सोमवार शाम को विस्फोट हुआ, उसके चालक का कथित तौर पर फरीदाबाद आतंकवादी मॉड्यूल से संबंध था। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इस विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई है।
सूत्रों के अनुसार पुलवामा का निवासी और पेशे से चिकित्सक उमर मोहम्मद कथित तौर पर वह हुंदै आई20 कार चला रहा था, जो लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास पार्किंग क्षेत्र में हुए विस्फोट में इस्तेमाल हुई थी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक पुलिस जांच के अनुसार विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डिटोनेटर का इस्तेमाल किया गया हो सकता है।
पुलिस सूत्र ने कहा कि प्रारंभिक जांच से यह संकेत मिलता है कि दिल्ली में हुए विस्फोट का फरीदाबाद के आतंकवादी मॉड्यूल से संबंध हो सकता है, जहां से 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया गया था।
सूत्र ने कहा, “अंतिम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।”
पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में “मास्क पहने हुए एक व्यक्ति” को कार चलाते हुए देखा जा सकता है। उसने कहा कि कई टीम को लाल किले और उसके आसपास के रास्तों के सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के लिए तैनात किया गया है।
दिल्ली पुलिस सोमवार शाम को धीमी गति से चल रही कार में शक्तिशाली विस्फोट होने के बाद ‘हाई अलर्ट’ पर है। विस्फोट में कम से कम नौ लोग मारे गए, 20 लोग घायल हुए और कई वाहन जल गए।
विस्फोट के कुछ घंटे पहले पुलिस ने तीन चिकित्सकों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर "सफेदपोश" आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने और 2,900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री जब्त करने का दावा किया था।
पुलिस ने बताया कि फरीदाबाद में जब्त की गई विस्फोटक सामग्री में अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम नाइट्रेट और सल्फर शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार विस्फोटक में 360 किलोग्राम ज्वलनशील सामग्री और कुछ हथियार व गोलियां भी जब्त की गईं। ज्वलनशील सामग्री को अमोनियम नाइट्रेट माना जा रहा है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि उमर मोहम्मद फरीदाबाद मॉड्यूल में शामिल एक और चिकित्सक था।
सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के एक व्यक्ति तारिक को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसने कथित तौर पर उमर मोहम्मद को हुंदै आई20 कार दी थी।
सूत्रों ने कहा कि अपने आतंकवादी मॉड्यूल के साथी चिकित्सकों की गिरफ्तारी के बाद उमर मोहम्मद ने डर के कारण यह आतंकवादी हमला किया, क्योंकि उसे भी गिरफ्तार होने का डर था।
विस्फोट के बाद, राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सभी सीमा बिंदुओं पर वाहनों की जांच तेज की जा चुकी है।
सूत्र ने कहा, “हमें यह भी पता चला है कि विस्फोट से पहले, कार पास के एक पार्किंग स्थल में तीन घंटे तक खड़ी रही थी। विभिन्न पार्किंग स्थल के फुटेज की भी पड़ताल की जा रही है।”
उन्होंने कहा कि संदिग्धों का पता लगाने के लिए दारियागंज और पहाड़गंज क्षेत्रों में रात भर तलाशी अभियान चलाया गया।
पुलिस ने होटलों में भी पूछताछ की है।
दिल्ली के सभी थानों को सतर्क रहने और स्थानीय बाजारों, मेट्रो स्टेशनों, बस स्टैंड व रेलवे स्टेशनों पर कड़ी निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की है और विशेष प्रकोष्ठ, फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) और स्थानीय पुलिस की कई टीम विस्फोट के घटनाक्रम की जांच कर रही हैं।
सूत्र ने कहा कि वे यह भी पता लगा रहे हैं कि क्या यह “आत्मघाती बम हमला” और एक बड़ी आतंकवादी साजिश का हिस्सा हो सकता है।
दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा ने कहा कि विस्फोट सोमवार शाम लगभग 6:52 बजे हुआ, जब एक धीमी गति से चलती हुई हुंदै आई20 कार लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैफिक सिग्नल पर पहुंची।
उन्होंने कहा, “वाहन में यात्री सवार थे। पास की अन्य कार भी प्रभावित हुईं। दिल्ली पुलिस, एफएसएल, एनआईए और एनएसजी की विभिन्न टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर स्थिति का आकलन किया।”
पुलिस ने कहा कि नौ लोग मारे गए, जबकि दो महिलाओं समेत 20 अन्य लोग घायल हुए हैं। उन्हें एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया। घायलों में से 12 दिल्ली के निवासी हैं, और आठ लोग अन्य राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में उत्तर प्रदेश के अमरोहा के अशोक कुमार (34) और दिल्ली के अमर कटारिया (35) शामिल हैं, जबकि अन्य की पहचान नहीं हो पाई। उनकी उम्र 28 से 58 साल के बीच है।
भाषा जोहेब