रेवंत रेड्डी की टिप्पणी ‘कांग्रेस का मतलब मुसलमान’ पर उठा विवाद, भाजपा ने ‘काफी आपत्तिजनक’ बताया
राजकुमार अविनाश
- 06 Nov 2025, 08:19 PM
- Updated: 08:19 PM
हैदराबाद, छह नवंबर (भाषा) भाजपा की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष एन. रामचंद्र राव ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी की उनकी इस टिप्पणी को लेकर आलोचना की कि ‘‘कांग्रेस का मतलब मुसलमान है और मुसलमान का मतलब कांग्रेस है।’’
उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी (कांग्रेस) वोट बैंक की राजनीति में लिप्त है।
भाजपा नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘कांग्रेस के शासन में सबसे अधिक सांप्रदायिक दंगे हुए। तो वह कैसे कह सकती है कि कांग्रेस का मतलब मुसलमान है? हालांकि, यह सांप्रदायिक और बेहद आपत्तिजनक बात है। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री हताश हैं क्योंकि वह उपचुनाव (जुबली हिल्स उपचुनाव) हारने वाले हैं। इसलिए, वह केवल मुस्लिम वोट चाहते हैं, वह हिंदू वोटों के बारे में नहीं सोच रहे हैं।’’
इससे पहले केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने तेलंगाना में हाल में पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन को मंत्रिपरिषद में शामिल किए जाने का विरोध किया था। बृहस्पतिवार को एक चुनावी रैली में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने किशन रेड्डी की आलोचना की।
रेड्डी ने कहा, “कांग्रेस सरकार ने अल्पसंख्यकों को कई अवसर दिए हैं। केवल कांग्रेस ने ही अल्पसंख्यकों को बड़े पद दिए हैं। कांग्रेस का मतलब मुसलमान और मुसलमान का मतलब कांग्रेस है।”
राव ने आज इससे पहले दिन में ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा कि रेड्डी यहां जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र में 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में मुसलमानों का वोट हासिल करने के लिए मुस्लिम तुष्टीकरण में लगे हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि रेवंत रेड्डी चुनाव प्रचार के दौरान टोपी पहनकर 20 प्रतिशत मुसलमानों के वोट के लिए ‘‘रेवंत उद्दीन’’ बन गए हैं।
उन्होंने कहा, “यह साफ है कि उनके (रेड्डी के) बयान वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा हैं। वह कहते हैं कि मुसलमानों को सम्मान कांग्रेस की वजह से मिलती है। कांग्रेस ने मुसलमानों के लिए सम्मान सुनिश्चित नहीं किया। असल में कांग्रेस मुसलमानों को वोटबैंक के रूप में इस्तेमाल कर उनके सम्मान को ठेस पहुंचा रही है। असली सवाल यह है कि क्या कांग्रेस मुसलमानों को शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं, रोजगार और आवास उपलब्ध करा रही है या नहीं।”
राव ने आरोप लगाया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) भी वही नीतियां अपना रही है और दोनों दल 20 प्रतिशत मुस्लिम मतों के लिए 80 प्रतिशत हिंदुओं की उपेक्षा कर रहे हैं।
बीआरएस विधायक एम. गोपीनाथ की जून में हृदयाघात से मृत्यु के बाद यह उपचुनाव हो रहा है।
भाजपा ने दीपक रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि गोपीनाथ की पत्नी सुनीता बीआरएस की प्रत्याशी हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस के उम्मीदवार नवीन यादव को असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का समर्थन प्राप्त है।
भाषा राजकुमार