कचरा-मुक्त सड़कें चाहते हैं कुम्हरार के मतदाता
अविनाश
- 06 Nov 2025, 04:41 PM
- Updated: 04:41 PM
(कुणाल दत्त)
पटना, छह नवंबर (भाषा) कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र के बाहर गंदगी और कचरे का ढेर लगा था जहां पहली बार मतदान करने वाले युवक से लेकर 92 वर्षीय वरिष्ठ चिकित्सक तक मतदान करने के लिए कतार में खड़े थे।
राजधानी पटना के पत्रकार नगर इलाके में युवा हों या बुजुर्ग, कई मतदाताओं ने सड़कों की बदहाल स्थिति और गलियों में ‘‘बेहद खराब सफाई व्यवस्था’’ पर नाराजगी जताई।
इस बार भी वे इस उम्मीद के साथ मतदान कर रहे हैं कि अगला विधायक जर्जर बुनियादी ढांचे के प्रति संवेदनशील होगा।
कुम्हरार नाम प्राचीन पाटलिपुत्र नगरी के अवशेषों के नाम पर रखा गया है और यह क्षेत्र 1990 के दशक से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गढ़ माना जाता है। यहां के मतदाताओं में कायस्थ समुदाय के लोगों की अच्छी-खासी संख्या है।
सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने मौजूदा विधायक अरुण कुमार सिन्हा की जगह संजय कुमार गुप्ता को उम्मीदवार बनाया है, जबकि विपक्षी गठबंधन ने कांग्रेस के इंद्रदीप चंद्रवंशी को मैदान में उतारा है।
नवगठित जन सुराज पार्टी ने गणितज्ञ के. सी. सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया है।
तीनों दलों ने इस अहम सीट पर जीत का भरोसा जताया है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बृहस्पतिवार सुबह 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा की 121 सीटों पर मतदान की शुरुआत हुई।
शुरुआती मतदाताओं में 92 वर्षीय डॉ. गंगाधर झा भी शामिल थे, जो अपने बेटे के साथ मतदान केंद्र पहुंचे।
साल 1933 में जन्मे डॉ. झा ने स्वतंत्रता के बाद से अब तक देश में हुए सभी चुनाव देखे हैं। वह पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) के पैथोलॉजी विभाग में कार्यरत थे।
उन्होंने एक बार फिर अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए युवाओं से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की।
इसी बीच 19 वर्षीया श्रुति मिश्रा ने पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग किया।
'पटना विमेंस कॉलेज' की छात्रा श्रुति ने क्षेत्र की गलियों में फैले कचरे के ढेर की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह ऐसे विधायक को देखना चाहती है जो विकास, शिक्षा, सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं और स्वच्छता के लिए काम करे।
उन्होंने ‘पीटीआई- भाषा’ से कहा, ‘‘मैं चाहती हूं कि अगला विधायक संवेदनशील हों, जो महिलाओं से जुड़े मुद्दे उठाएं और जरूरत पड़ने पर घर-घर जाकर यह सुनिश्चित करें कि घरेलू हिंसा की कोई घटना न हो।’’
जन सुराज पार्टी के 71 वर्षीय उम्मीदवार के. सी. सिन्हा भी शुरुआती मतदाताओं में शामिल थे।
सिन्हा ने दावा किया कि उनकी पार्टी के पास इस विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए ‘‘रोडमैप’’ तैयार है, जिसमें शैक्षणिक और कोचिंग संस्थान तथा ‘लॉज’ की स्थापना की योजना शामिल है।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मतदान केंद्र के सामने फैले इस कचरे और सड़कों की हालत को देखिए। लोग बदलाव चाहते हैं और हम उन्हें एक विकल्प देंगे।’’
पत्रकार नगर निवासी 71 वर्षीय सेवानिवृत्त मुख्य टिकट निरीक्षक अरुण कुमार पाठक ने अपने घर के पास जमा कचरे के ढेर को देखकर नाराजगी जताई।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट दिया है। हमारी गलियों की सफाई कौन करेगा?’’
सुबह के समय कई मतदान केंद्रों पर मतदान की रफ्तार सुस्त रही और सुबह 11 बजे तक केवल 10-12 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
कंकरबाग स्थित पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय-1 के मॉडल मतदान केंद्र पर चिकित्सक दंपति शकील कुमार और अनुपम शुरुआती मतदाताओं में शामिल थे।
कुमार ने कहा, ‘‘कोई भी सरकार लंबे समय तक नहीं रहनी चाहिए। लोगों को उन्हें बदलते रहना चाहिए, क्योंकि अब नौकरशाही में भी जड़ता आ गई है।’’
उनकी पत्नी अनुपम ने कहा कि पिछले 20 वर्षों में कई सुधार हुए हैं और नया बुनियादी ढांचा बना है, ‘‘लेकिन एक महिला होने के नाते मुझे अब भी सुरक्षा एक बड़ी समस्या लगती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सामाजिक समानता का प्रश्न भी बना हुआ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मतदान या हमारी नीतियां जाति आधारित नहीं होनी चाहिए। महिलाओं को लुभाने के लिए चुनाव से कुछ दिन पहले 10,000 रुपये की कल्याण योजना की घोषणा करना गलत है।’’
पहले चरण में कुल 3.75 करोड़ मतदाता 1,314 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला करेंगे।
भाषा राखी